कागद राजस्थानी
॥
ओम पुरोहित "कागद"-
हिंदी
/
राजस्थानी
॥
कागद हो तो हर कोई बांचै...
||
गुरुवार, 1 नवंबर 2012
घेसळो
दिल्ली में
गाज्या बादळ
छांट पड़ी गुजरात
टाबरो
टीवी लगाओ रे
भैँस री
धार काढां!
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