दो दूहा
सज्जण चालै साथ में,दुरजण चालै लार ।
नुगरा चालै लुक परा, लोभी डोबै धार ।।
हेत पांगरै धाप में, भूख पांगरै राड़ ।
भाई बांटै खेत नै, काको बांधै बाड़ ।।
सज्जण चालै साथ में,दुरजण चालै लार ।
नुगरा चालै लुक परा, लोभी डोबै धार ।।
हेत पांगरै धाप में, भूख पांगरै राड़ ।
भाई बांटै खेत नै, काको बांधै बाड़ ।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें