कागद राजस्थानी
॥
ओम पुरोहित "कागद"-
हिंदी
/
राजस्थानी
॥
कागद हो तो हर कोई बांचै...
||
शनिवार, 26 जनवरी 2013
बात बात में बात
म्हारै जिलै में
कई दिन
धारीदार तेंदुआ आया
अर कई दिन
खद्दरधारी तौंदुआ
जनता बणगी भेड
कदैई तेंदुआं लारै
कदैई तौंदुआ ला
रै !
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