कागद राजस्थानी
॥
ओम पुरोहित "कागद"-
हिंदी
/
राजस्थानी
॥
कागद हो तो हर कोई बांचै...
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शुक्रवार, 21 जून 2013
*अजादी री कुचरणीँ*
1.
हाल
घूंघट काढै दादी
कठै है अजादी ?
2.
कोई सासू
हाल नीँ देवै
भू नै अजादी !
3.
थकां जीन्स
नेतावां नै
पै'रणीं पड़ै खादी
कठै है अजादी ?
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