मसळ आंखां जाग बता ।
कुण लगाई आग बता ।।
पड़ी चादर मैल जमी ।
कुण लगाया दाग बता ।।
कुण देसी रोटी अठै ।
कुण घालसी साग बता।।
खावै बै बैठ्या माल ।
अठै फूट्या भाग बता ।।
इण नगरी दोरी जूण ।
जैरी कित्ता नाग बता।।
कुण लगाई आग बता ।।
पड़ी चादर मैल जमी ।
कुण लगाया दाग बता ।।
कुण देसी रोटी अठै ।
कुण घालसी साग बता।।
खावै बै बैठ्या माल ।
अठै फूट्या भाग बता ।।
इण नगरी दोरी जूण ।
जैरी कित्ता नाग बता।।
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