कागद राजस्थानी

रविवार, 1 अप्रैल 2012

डांखळो

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(@) होळी पर डांखळो(@)

होळी खेल'र घरां आयो गोमली रो धणी ।
सकल  देख'र लुगाई  होई     अणमणी ।
        कित्ता ई करया न्हाण
        आई ई कोनी पिछाण
थाप्यां सूं कूट कूट धोयो बात जद बणीं ।।

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