कागद राजस्थानी

गुरुवार, 20 जून 2013

सरदी

सरदी  घूम्मै ढूंढती , बूढा  बूढा हाड ।
कई नै चिता चाढसी, कीं नै कबरां गाड ।

ठंड पड़ै है जोरगी , गाभा  पैरो साब ।
फैसन फंडा छोडगै, ताती पीवो राब ।।

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