कागद राजस्थानी

बुधवार, 23 अप्रैल 2014

कुचरणीं

पांच साल 
सींच्या बोट
अनुदानां री घाली खाद
निजूं फायदां रा
छिड़क्या पेस्टीसाइड
लोकतंत्र रै खेत में
पाकगी बोटां री फसल
काटणियां ढूकग्या
हाथां लेय
आसवासना रा हंसिया !
#
आवै जद चुनाव
खड़्या होवै नेता जी
पछै पांच साल
पड़्या रैवै नेता जी !
#
आज संडो है
फेर भी
जीव रै डंडो है
काम सूं मुगती रो
ना कोई ताबीज है
ना कोई गंडो है
कित्तो सुखी है
जको रंडो है !
#
गीरगडी भई गीरगडी
जुवाई मांगी कार बडी
सासू बोली ना म्हैं चढी
ना थांरी मां चढी
चढज्या लाडी रेलगड्डी !

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